दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं मौसम पर बेहद खूबसूरत शायरी कि आपका दिल जीत जाएंगे यह Mausam Shayari दोस्तों सुहाना मौसम सबको पसंद आता है एक सुहाने मौसम की अलग ही बात होती है सुहाना मौसम हो और आपकी प्रेमिका साथ में हो तो अलग ही बात होती है यह बात हर कोई अपने दिल में सोचता है यदि आप भी ऐसे सुहाने मौसम की शायरी ढूंढ रहे हैं तो यह हो पोस्ट आपके बेहद कम आने वाला है यहां हमने एक से एक बढ़ कर सुहाने मौसम पर रोमांटिक शायरी शेयर की है तो चलिए देखते हैं इन शायरियों को एक-एक करके ।
Mausam Shayari
जब तुम यूँ मुस्कुराते हुए आते हो,
तो संग मौसम बाहर का लाते हो !
आज बारिश मे तेरे संग नहाना है,
सपना ये मेरा कितना पुराना है !
कोई रंग नही होता बारिश मे,
फिर भी फिजा को रंगीन बना देता है !
रुका हुआ है अजब धुप छाँव का मौसम,
गुजर रहा है कोई दिल से बादलों की तरह !
वक्त के साथ चल दो,
मौसम के रंग में खुद को ढाल दो !
बरसती बारिशों से बस इतना ही कहना है,
के इस तरह का मौसम मेरे अंदर भी रहता है !
खुलती जुल्फों ने सिखाई मौसमों को शायरी,
झुकती आँखों ने बताया मयकशी क्या चीज है !
बस एक तेरे संग भीगे हम,
मुझे उस बारिश की तलाश है !
मैनें देखा ही नहीं कोई मौसम,
मैनें चाहा है तुम्हें चाय की तरह !
खुबसूरत मौसम शायरी
अपने किरदार को मौसम से बचाए रखना,
लौट कर फूलों में वापस नहीं आती खुशबू !
समय पे बदला न मैं,
मौसम सा पलटा न मैं
जो था वहीं रहा,
तभी तो पछताया भी मैं !
इश्क़ की शुरूआत हो गई,
बरसात से पहले,
गीली मेरी आँखे हो गई !
वाह मौसम आज
तेरी अदा पर दिल खुश हो गया,
याद मुझे महबूब की आई और
बरस तू गया !!
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे,
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे !
सर्दी में दिन सर्द मिला हर मौसम बेदर्द मिला !
ऐ मौसम मुझे वहा ले चल,
जहा उसके और मेरे बीच कोई दूरी ना रहे !
मूड हो जैसा वैसा मंजर होता है,
मौसम तो इंसान के अंदर होता है !
तुम्हारे साथ ये मौसम फरिश्तों जैसा है,
तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताएगा !
बाहर बारिश की बूँदें बरस रही हैं,
अंदर तेरे लिए आँखें तरस रही हैं !
आ देख मेरी आँखों के ये भीगे हुए मौसम,
ये किसने कह दिया कि तुम्हें भूल गये हम !
जान ये मौसम तो कुछ लम्हों में बदल जाएगा,
वादा करो तुम नही बदलोगे !
मौसम बाहर का आए तो दिल दुखता है,
काश वो समंझ पाते इस दूरी के एहसास को !
Mausam Par Shayari
क्या रोग दे गई है ये नए मौसम की बारिश,
मुझे याद आ रहे हैं, मुझे भूल जाने वाले !
काश वो आए और कहे,
हम मौसम की तरह दीवाने है तेरे !
टूटे दिल से मत पूछों कौन-सा मौसम अच्छा लगता है,
जब वो साथ होता है तो हर मौसम अच्छा लगता है !
मुझे मौसम का नही,
तेरे बदल जाने का डर है !
भीगना मुझे भी पसंद है,
अगर बारिश का कोई मौसम हो !
दिसंबर में मौसम भी कति प्यारा होता है,
होता ठंडा है मगर,
फिर भी सबका दुलारा होता है !
बंसत ने तड़पाया,
ग्रीष्म ने जलाया,
वर्षा ने रुलाया,
आशिकों को मौसम ने बहुत सताया !
दिल को किसी की फरमाइश नही हुई,
फिर उसके बाद ऐसी बारिश नही हुई !
किसने कहा इश्क़ बेवफा होता है,
किसने कहा इश्क़ सजा देता है,
किसी के इश्क़ में पूरी तरह डूब कर देखो,
उसकी यादों का मौसम भी मजा देता है !
दिलो को मिलाने का मौसम है
दूरीयाँ मिटाने का मौसम है होली का त्यौहार ही !
मुझे मौसम का नही,
तेरे बदल जाने का डर है !
इस बारिश में ऐसा काम कर जायेंगे,
अपना सबकुछ मौसम के नाम कर जायेंगे !
पतझड़ के मौसम में दिल को सुकून बहुत मिलता है,
शाख से टूटे हर पत्ते !
जब प्यार किसी से ज्यादा हो जाए
तो दिल मछली महबूब पानी बन जाता है !
जब आसमान पर घाटा काली नजर आती है,
तो पेड़ो के पत्तो पर हरियाली नजर आती है !
आँख भर आई किसी से जो मुलाकात हुई
ख़ुश्क मौसम था मगर टूट के बरसात हुई !
जरा ठहरो कि बारिश है,
ये थम जाये तो चले जाना,
किसी का तुमको छू जाना,
मुझे अच्छा नहीं लगता !
जब जब तु मेरे करीब आता था,
ये मौसम मेरे साथ साथ गुनगुना था !
पहले छप-छप से आती थी बारिश,
बिना छाते के निहलाती थी बारिश,
अब ऑफिस की खिड़की से झाकती हैं,
हँस कर मुझ पे, जोरो से चिढाती हैं बारिश !
जैसे कि अपने ऊपर देखा हमने मौसम पर बेहद खूबसूरत शायरी पोस्ट की है अगर आपको यह मौसम वाली शायरी पसंद आए हो तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों को और अपने सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें ।